Wednesday, August 14, 2024

 इतिहास को शरण्य बनाना


जीवित ही क़ब्र में लेट जाने के समान होता है। 

इतिहास से कुछ भी न सीखना

कुछ यूँ होता है जैसे बिना ज़मीन को जाने-पहचाने

बीज छीटे जायें अगली फसल के। 

इतिहास का अंधानुकरण कुछ यूँ होता है

जैसे गड़रिए के बूढ़े कुत्ते के पीछे

चलता है भेड़ों का रेवड़। 

इतिहास से सीखने का मतलब है

बीती हुई चीज़ों को देखना

आलोचनात्मक विवेक के साथ, 

कुछ खोई हुई चीज़ों को 

फिर से पा लेने के लिए उद्यम करना

और उन नयी चीज़ों के बारे में जानना

जिनका आविष्कार किया जाना है। 

इतिहास से सीखना

पूर्वजों के अनुभवों पर

उनके साथ संवाद और बहस करना होता है

ज़रूरी नतीजों तक पहुँचने के लिए। 

यह अपनी सोई हुई जड़ों को

सक्रिय करने के समान होता है

मिट्टी की गहराइयों से पोषक रस सोखकर

ऊपर उठती टहनियों और कोंपलों तक

पहुँचाने के लिए। 

हमारे समय के इस संगीन अँधेरे में

इतिहास से सीखने का मतलब है

उस सवाल का जवाब ढूँढ़ना जो 

सलीब पर लटकाये जाते समय ग़ुलाम डेविड ने

अपने सेनापति और दोस्त स्पार्टाकस से पूछा था:

"स्पार्टाकस, हम क्यों हारे?"

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(13Aug2024)

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