दो कविताएँ...
-- रोखे दाल्तोन (1935-75) (कवि, क्रान्तिकारी, अल साल्वाडोर)
(एक)
कविता की कला 1974
कविता
माफ़ करना मुझे
यह समझने में तुम्हारी मदद करने के लिए
कि तुम सिर्फ़ शब्दों से नहीं बनी हो।
.....
(दो)
प्यार मेरा दूसरा वतन है
शुरुआत वाला
वो वाला नहीं जिसपर मुझे गर्व है
वो जिसे मैं झेलता हूँ
...
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