Friday, April 12, 2024


दो कविताएँ...

 -- रोखे दाल्तोन (1935-75) (कवि, क्रान्तिकारी, अल साल्वाडोर)

(एक)

कविता की कला 1974

कविता

माफ़ करना मुझे

यह समझने में तुम्हारी मदद करने के लिए

कि तुम सिर्फ़ शब्दों से नहीं बनी हो। 


.....

(दो)

प्यार मेरा दूसरा वतन है

शुरुआत वाला

वो वाला नहीं जिसपर मुझे गर्व है

वो जिसे मैं झेलता हूँ

...


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