Sunday, November 05, 2023

दोस्त के साथ गुफ़्तगू

 

दोस्त के साथ गुफ़्तगू
जब तुम सोचते हो कि इससे अधिक प्यार
कर ही नहीं सकते, 
उसके बाद उससे 
बहुत अधिक प्यार करने लगते हो। 
नफ़रत जो शख़्स बहुत कम करता है
किसी इंसान से
ज़ाती ज़िन्दगी में, 
वक़्त के साथ वह और भी
घटती ही चली जाती है। 
जो बहुत गहराई से जुड़ा होता है किसी से, 
वह सोच नहीं पाता कि कभी किस हद तक
असम्पृक्त हो सकता है। 
जैसे-जैसे देखते हो तुम
तमाम आम लोगों की ज़िन्दगी
और इस दुनिया के कारोबार, 
तुम्हारी समझ पकती चली जाती है, 
और तुम्हारी नफ़रत बढ़ती जाती है
उस ढाँचे से और उसे चलाने वाले लोगों से
जो तमाम बुराइयों की जड़ होती है
और जो लोगों को जीने के लिए
तमाम तरह की बुराइयों के दलदल में
धँस जाने को मजबूर करती है। 
मगर एक बात तय है कि
हर हाल में सबसे अधिक नफ़रत के
क़ाबिल हर किस्म के बिचौलिए होते हैं
और कला और विचारों की
तिजारत करने वाले लोग
और वे लोग जो कमज़ोर लोगों को
साथ का भरोसा देते हैं
और फिर शोहरत, ओहदे 
और ईनामो-इकराम की ख़ातिर
ताकतवर लोगों की ड्योढ़ी पर ज़मीर का
सौदा कर आते हैं। 
सबसे बड़ी बात है लोगों में भरोसा करना
और उनका भरोसा हासिल करना। 
और जहाँ तक बेहतर ढंग से, और
शान और सलीक़े से
ज़िन्दगी गुज़ार देने की बात है बिरादर, 
तो गाँठ बाँध लो यह बात कि
कठिनाइयों में ही खुलती है, खिलती है
ज़िन्दगी की नायाब ख़ूबसूरती
जैसे बीहड़ ऊँचाइयों पर क़ुदरत आपको
बेइंतहा हैरत से सराबोर कर देती है। 
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(5 Nov 2023)

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