Friday, August 25, 2017

लू शुन...



स्वाभाविक तौर पर मैं भविष्य में विश्वास करता हूँ , लेकिन मैं उसके उज्ज्वल सौंदर्य की कल्पना करने में अपना समय नहीं बर्बाद करता हूँ । ... मुझे लगता है कि हमें पहले वर्तमान के बारे में सोचना चाहिए । अगर वर्तमान अंधकारमय है, तो भी मैं इसे छोड़ना नहीं चाहता । क्या कल अंधकार से मुक्त होगा ? हम इसके बारे में कल बात करेंगे ।
---लू शुन

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'' शायद अभी भी बच्‍चे हों जिन्‍होंने आदमी का गोश्‍त न खाया हो। बच्‍चों को बचाओ...''

-- लू शुन

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