देर रात के राग
Pages
मुखपृष्ठ
डायरी के नोट्स : जो सोचती हूं उनमें से कुछ ही कहने की हिम्मत है और क्षमता भी
कला-दीर्घा
कन्सर्ट
मेरी कविताई: जीवन की धुनाई, विचारों की कताई, सपनों की बुनाई
मेरे प्रिय उद्धरण और कृति-अंश : कुतुबनुमा से दिशा दिखाते, राह बताते शब्द
मेरी प्रिय कविताएं: क्षितिज पर जलती मशालें दण्डद्वीप से दिखती हुई
देश-काल-समाज: वाद-विवाद-संवाद
विविधा: इधर-उधर से कुछ ज़़रूरी सामग्री
जीवनदृष्टि-इतिहासबोध
Friday, June 24, 2011
प्यार का उल्टा नफ़रत नहीं,
तटस्थता है। सुंदर का उल्टा असुंदर नहीं
,
तटस्थता है। विश्वास का उल्टा अविश्वास नहीं
,
तटस्थता है। जीवन का उल्टा मृत्यु नहीं तटस्थता है।
- एली वीज़ल
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment