Sunday, January 21, 2024

तीन श्रेणियों की कविताएँ ...


अब नये भारत में तीन श्रेणियों की कविताएँ ही मान्य होंगी। इनसे इतर लिखने वालों को सामाजिक बहिष्कार और शासकीय प्रतिबंध का सामना करना होगा। 

वे तीन श्रेणियाँ हैं : भक्ति मार्ग की कविताएँ (इनके उन्मादी रूप और प्रेम-अहिंसावादी समन्वयवादी रूप), 

श्रृंगार रस की कविताएँ (इनमें नव रीतिकालीन, रोमानी और योनि-शिश्नवादी आदि सभी शामिल होंगी) और वीर रस की कविताएँ (इनमें चारण-गान, हिन्दू गौरव की रौद्र हुंकार वाली कविताएँ और विशेष रूप से पाकिस्तान को ललकारती प्रचंड राष्ट्र भक्ति की कविताएँ शामिल होंगी)! 

शेष किस्म की कविताएँ लिखने वाले पकौड़े तलेंगे या छोले-भटूरे के ठेले लगायेंगे। कहीं गली-कूचे में लगायेंगे, भव्य मन्दिरों, साहित्य-कला की अकादमियों और साहित्य महोत्सवों के बाहर लगाने की इजाज़त कतई नहीं मिलेगी। ये लोग ऐसे पवित्र स्थलों पर कुछ शरारत कर सकते हैं और देश के विश्वगुरु बनने की राह में अड़चनें पैदा कर सकते हैं।

**

(21 Jan 2024)

No comments:

Post a Comment