सुखी परिवार
"मैं तुम्हें पाने के लिए समय के महासागरों को पार करके आया हूँ," उस ख़ूबसूरत स्त्री के हाथ को हाथों में थाम्हते हुए काउण्ट ड्रैकुला ने कहा।
फिर उसने उसे आलिंगन में लेते हुए उसकी गोरी सुराहीदार गर्दन की नीली उभरी हुई नस में अपने नुकीले दाँत धँसा दिये।
स्त्री जैसे प्यार के नशे में डूबती हुई बेहोशी में चली गयी।
कुछ ही दिनों में उसका मेटामार्फोसिस हो गया और वह भी एक वेम्पायर बन गयी।
काउण्ट ड्रैकुला के साथ प्यार और संतुष्टि का जीवन बिताते हुए उसने कई इंसानों को वेम्पायर बनाने में उसकी मदद की और कई नन्हें-नन्हें प्यारे-प्यारे वेम्पायर बच्चे पैदा किये।
वे एक आदर्श सुखी परिवार की तरह युग-युगान्तर तक जीते रहे और सद्गृहस्थों के लिए आदर्श बने रहे।
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(23 Nov 2023)

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