Friday, March 24, 2023


कविता हो या कोई भी अभिव्यक्त विचार, जो सिर्फ़ सहमति की अपेक्षा रखता है, वह एक ग़ैर- लोकतांत्रिक और निरंकुश तानाशाह प्रकृति का व्यक्ति होता है! अगर आप लोकतांत्रिक हैं तो अपने विचारों को प्रकट करने के बाद बहस और आलोचना के लिए तैयार रहिए! अलोकतांत्रिक व्यक्ति ठकुरसुहाती बतियाता है, चमचागिरी और दरबार करता है और चाहता है कि उसके भी कुछ चमचे और दरबारी हों! उसकी कमज़ोरियाँ उसे कायर और तिकड़मी बना देती हैं! इसलिए वह कभी खुले वैचारिक संघर्ष में नहीं उतरता! वह षड्यंत्र करता है और गिरोहबंदी करता है!

(24 march 2023)


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