Saturday, July 17, 2021

बुद्धिजीवियों के बारे में डायरी के कुछ नोट्स...


जैसे-जैसे समझदारी बढ़ती जाती है, बौद्धिक समाज में आपकी दोस्तियाँ घटती जाती हैं! आप जब लोगों को बेहतर समझने लगते हैं तो बहुतेरे लोगों से दूरी बरतने लगते हैं (वे मूर्ख और घमण्डी हो सकते हैं, या धूर्त, स्वार्थी और मौक़ापरस्त), लेकिन इससे भी अधिक यह होता है कि बहुतों को जब लगने लगता है कि आप उनको समझ लेने की क्षमता अर्जित कर चुके हैं, तो वे ख़ुद ही आपसे चौकन्ना रहने लगते हैं और दूरी बरतने लगते हैं। एक तरह से, वो ख़ुद ही आपका काम आसान कर देते हैं।

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दुनिया में बहुत सारी चीज़ें और लोग आपको चकित कर देते हैं, जैसे कि बहुत अधिक किताबें पढ़े हुए और बहुत कम दुनिया देखे हुए बुद्धिजीवी! जैसे-जैसे आप चकित करने वाली चीज़ों और लोगों को समझने लगते हैं, आपका चकित होना कम होता चला जाता है!

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अमूर्त और अनिश्चयात्मक बातें करने वाले बुद्धिजीवियों से घबराना या ऊबना नहीं चाहिए। उनका बारीकी से अध्ययन करना चाहिए। इससे जटिल परिघटनाओं के पर्यवेक्षण और द्वंद्वात्मक विश्लेषण का बहुत बढ़िया अभ्यास हो जाता है।

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बुद्धिजीवी की त्रासदी यह होती है कि वह दुनिया की व्याख्या करते हुए ख़ुद ही उसमें उलझ जाता है। जो जितना अधिक उलझ जाता है, वह उतना ही सिद्ध और प्रतापी बुद्धिजीवी होता है!

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लगभग हर बुद्धिजीवी को उसकी पत्नी अहमक़ और बकलोल समझती है और कभी-कभार चिन्तित होकर सोचती है कि ऐसे उजबकों की क़दर करने वाली दुनिया का भविष्य कितना अंधकारमय है! बुद्धिजीवी अपने सम्मान, पद-प्रतिष्ठा और छपी हुई किताबों से अपनी पत्नी को जितना अधिक प्रभावित करने की कोशिश करता है, उसके  और उसके गुणग्राहकों के विवेक के प्रति उसका (यानी पत्नी का) अविश्वास और संशय और बढ़ता चला जाता है।

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जिन बुद्धिजीवियों की सन्तानें बुद्धिजीविता के खानदानी पेशे को नहीं अपनातीं, उनके पुस्तकालय उनके मरणोपरांत दरियागंज या ऐसी ही जगहों के सेकेंड हैंड बुक्स के फुटपाथी बाज़ार में पहुँच जाते हैं। इसतरह बुद्धिजीवी मरने के बाद, अपने बाद वाली पीढ़ी को बहुत कुछ दे जाता है!

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बुद्धिजीवी की आत्मग्लानि और अपराध-बोध का परावर्तन दुनिया से उसकी शिक़ायत और नाराज़गी के रूप में होता है।

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बुद्धिजीवी अभी भी ब्रह्मराक्षस ही होता है, लेकिन वह 'सजल-उर-शिष्य' पर 'सजल-उर-शिष्याओं' को प्राथमिकता देता है!

(बुद्धिजीवियों के बारे में डायरी के कुछ नोट्स)

17 Jul 2021


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