Friday, May 21, 2021

'राजा नंगा है'...


दरअसल राजा को पता है कि उसे ठगों ने उल्लू बनाया है और उसके बदन पर कोई वस्त्र नहीं है। पर अब खेल जो शुरू हो चुका था वह बीच में रोका नहीं जा सकता था! 

सो,  राजा नंग-धड़ंग पूर्ववत शाही अकड़ के साथ राज्य के दौरे करता था, जुमलेबाजी करता था, दीवाने-आम में बैठकर 'मन की बातें' करता था और विश्वगुरु होने के दावे करता था। फोटो खिंचवाने का शौक़ इसक़दर सनक की हद तक था कि अपने नंगा होने की असलियत जानने के बावजूद हर मौक़े पर उसकी तस्वीरें उतारी जाती थीं।

दरअसल राजा को पता था कि वह उस देश का वासी है जहाँ भरपूर 'कांफ़िडेंस' से नंगे घूमने वाले को सिद्ध संत और मुनि मान लिया जाता है। राजा यह भी जानता था कि सड़क किनारे उसके स्वागत में खड़े जो भद्र नागरिक जैकारा लगाते हैं वे सभी अपने बच्चों को घरों में बंद करके आते हैं ताकि कहीं ऐसा न हो कि कोई बच्चा राजा को नंगा कह दे और नाहक उनकी शामत आ जाये! इसीलिए राजा निश्चिंत रहता है।

लेकिन तय मानिए, किसी न किसी दिन कोई एक बच्चा, या कई एक बच्चे, सड़कों पर निकल आयेंगे और 'राजा नंगा है' 'राजा नंगा है' कहकर हँसने और चिल्लाने लगेंगे!

फिर आतंक और भय के बादल छँट जायेंगे और तमाम आम लोग सड़क पर आतंकी हत्यारे राजा को घेर लेंगे और गुदगुदा-गुदगुदा कर मार डालेंगे!

21 May 2021

No comments:

Post a Comment