हम ताउम्र मुक़ाबला करते रहेंगे
क़ब्र जैसे घुटन भरे इस अँधेरे का,
ज़ुल्मतों की इस बारिश में भीगते हुए,
यह ज़मीर और इंसानियत के साथ
हमारा क़रार है !
हम डटे रहेंगे
इंसान बने रहने के लिए और इसलिए कि
एक दिन हमारे बच्चे जब नींद से जागें
तो एक धुला-पुँछा, चमकता हुआ दिन
उन्हें इंतज़ार करता हुआ मिले !
(16 Apr 2021)
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