अर्ज़ किया है :
मरना ही है तो बात अपनी बोल के मरें
ये क्या कि यूँ अल्फ़ाज़ तोल-तोल के मरें
कुछ मरी हुई रूहों में जुम्बिश तो होगी
हाँ, गिरी हुई रूहों को राहत भी मिलेगी !
(14 Oct 2020)
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