अजीब बात है ! हालात ऐसे हैं कि कहीं बस यूँ ही कोई मज़ाक भी कर दो और आस-पास कोई भक्त मौजूद हो तो अपने ऊपर ले लेता है और नाहक लाल-पीला होने लगता है !
और कल तो हद ही हो गई ! मोहल्ले में एक कुत्ता है, भौंक-भौंककर आसमान सर पर उठाये रहता है I मौक़ा देखकर बच्चों तक को काट लेता है I पड़ोसी से मैं कह रही थी कि अब तो इस नामुराद कुत्ते का इलाज करना ही होगा ! सड़क से एक भक्त गुजर रहा था I सुनते ही बमकने लगा,"मोदीजी सभी सिकुलरों-बामियों-खान्ग्रेसियों का इलाज कर रहे हैं ! तुमलोग उनका क्या इलाज करोगे !" बड़ी मुश्किल से हम उसे समझा पाए कि भइये, अपना रास्ता पकड़, हम अभिधा में बात कर रहे हैं, मोहल्ले के भौंकने वाले कटखने कुत्ते की !
(8जनवरी,2020)
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