Saturday, September 21, 2019

तानाशाह का रोना

तानाशाह जब रोता है
तो लोग खून के आँसू रोते हैं
तानाशाह जब हँसता है
तो लोग खून के आँसू रोते हैं
तानाशाह पुचकारता है, ललकारता है,
वायदे करता है, तरक़्क़ी के
सपने दिखता है, जंगल-जंगल घूमकर
फोटू खिंचाता है, गुब्बारे और तितलियाँ
उड़ाता है, गप्पें हाँकता है, देस-देस की
सैर करता है और विदूषकों और अहमकों जैसी तमाम हरकतें करता है
और लोग लगातार बस खून के आँसू
रोते रहते हैं ।
तानाशाह का होना मात्र ही इस बात की गारण्टी है कि लोग खून के आँसू
रोते रहेंगे ।
तानाशाही के मौसम में सुबह घास पर
जो ओस पड़ी होती है वह
वनस्पतियों और पक्षियों के खून से मिलकर लाल हो गयी होती है ।
लोग जब जान जाते हैं कि वे
क्यों खून के आँसू रोते हैं
तब तानाशाह खून के आँसू रोता है ।

(20सितम्‍बर, 2019)

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