Saturday, September 21, 2019

तानाशाह की पाठशाला



हत्यारे ने रोकर आँसुओं की पवित्रता समाप्त कर दी ।
श्रद्धांजलियों को उसने संदिग्ध बना दिया ।
तितलियों से लोग घृणा करने लगे ।
कोई सोच भी नहीं सकता था किसीसे मन की बात कहने के बारे में ।
कोई अगर किसी को अपना मार्गदर्शक बता दे
तो वह बगटुट जंगलों की ओर भागता था ।
विकास कहते ही लोगों को सड़कों पर
बहता हुआ खून दीखने लगता था ।

इसतरह चीज़ें लोगों को अक्सर उल्टी नज़र आने लगीं
अपनी असली शक़्ल में ।
इसतरह लोग बुर्जुआ लोकतंत्र को
बुर्जुआ तानाशाही समझने लगे
फासिज़्म जिसका नग्नतम और चरम रूप था ।
और इसतरह तानाशाह ने,
उल्टे-पलटे ढंग से ही सही,
लोगों को इतिहास और राजनीति विज्ञान का
एक ज़रूरी पाठ पढ़ाया ।

(19सितम्बर, 2019)

No comments:

Post a Comment