भेड़िया बालक रामू के बारे में पुरानी कहानियाँ ग़लत निकलीं ! यह नया वाला रामू इंसानी बस्तियों में रहने तो आया पर भेड़ियों से भी अधिक खूँख्वार भेड़ियों की फितरत के साथ !
भेड़िये और फासिस्ट भी इतिहास से एक हद तक सीखते हैं ! वे अनंत काल तक हुकूमत करने के बारे में सोचते हैं ! वे सोचते हैं कि वे सभी लोगों को डरा सकते हैं और भय के शासन को चिरस्थायी बना सकते हैं ! पर वे ग़लत सोचते हैं !
बस्ती में घुस आये भेड़ियों और सत्तामद में चूर आततायी फासिस्टों के साथ अंततः उठ खड़ी हुई जनता ने क्या सुलूक किया, यह तफ़सील तवारीख के सफ़ों में दर्ज है ! पर भेड़िये और फासिस्ट माज़ी से सही सबक नहीं निकाल पाते ! वे इतिहास से अपनी बात बुलवाने की कोशिश करते हैं और फिर एक दिन इतिहास इसका बदला लेता है और उन्हें क़ब्र में धकेलकर इतिहास की एक घटना बना देता है !
(21जून, 2019)
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