Saturday, March 30, 2019




गोश्त की दुकानों पर कुत्ते चौकीदार

मटन लेने गई थी । चिकन-मटन की दुकानों के आस-पास कम से कम 40-50 कुत्ते आक्रामक मुद्रा में मंडरा रहे थे I मैंने मटन शॉप वाले से कहा," भैया, तुमलोग इन्हें दो-चार डंडे लगाकर भगाते क्यों नहीं ! ये तो किसी के हाथ से गोश्त का थैला झपटकर भाग भी सकते हैं, काट भी सकते हैं !" पास ही 4-5 मुस्टंडे कुत्ते खड़े थे I दुकानदार कुछ बोलता, उसके पहले ही उनमें से एक गुर्राकर बोला,"ऐ ! चलती बनो यहाँ से ! हम गोश्त की दुकानों के चौकीदार हैं !"
फिर पास खड़े सभी 4-5 कुत्तों ने समवेत भौंक के साथ नारा लगाया,"हम सब चौकीदार !" देखते ही देखते पूरी मंडी के कुत्ते यही नारा लगाकर आकाश गुँजाने लगे !

(18मार्च, 2019)


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आखिर कुत्तों की भी कुछ इज्ज़त होती है ! पालने और प्यार करने का यह मतलब थोड़े ही हुआ कि आप जो-सो कहकर उनकी इज्ज़त उतारते रहें !
जितेनजी अपने कुत्ते को बहुत प्यार करते हैं और उससे खूब बातें करते हैं ।
आज सुबह उन्होंने चाय पीते और अखबार पढ़ते हुए अपने कुत्ते से पूछा," क्यूँ टोनी, तू भी तो है चौकीदार !" कुत्ता फ़ौरन छिटककर उनसे दूर जा बैठा और उन्हें घूरते हुए गुर्राने लगा।  जितेनजी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया! पर दोपहर को जैसे उन्होंने आवाज़ लगाई, "अरे टोनी, मेरे चौकीदार, कहाँ है तू ?" यह सुनते ही टोनी दौड़ते हुए आया और जितेनजी की कलाई में दांत गड़ाकर भाग गया। जितेनजी तो हक्का-बक्का रह गए I ऐसा पहली बार हुआ था । अब कलाई पर पट्टी बाँधे वे सोच रहे हैं कि कुत्ते भी आखिरकार भक्त थोड़े ही होते हैं ! उनके भीतर भी स्वाभिमान होता है ! उन्हें टोनी के स्वाभिमान को आहत नहीं करना चाहिए था । टोनी कोने में बैठा हुआ अभी भी उनको घूर रहा है और बीच-बीच में गुर्रा रहा है।
जितेनजी की बात सुनकर मैं भी चिंता में पड़ गयी हूँ । मैंने भी कल 'मैं भी चौकीदार' मुहिम पर पोस्ट डालते हुए ऐसे भक्त चौकीदारों की तुलना कुत्तों से की थी ! हो सकता है, कुछ कुत्ते सोशल मीडिया पर हों और उनसे यह बात फैलते-फैलते मेरे मोहल्ले के कुत्तों तक भी पहुँच गयी हो ! सड़क पर निकलते हुए चौकन्नी रहती हूँ कि पता नहीं किस गली या कोने से निकलकर कोई आहत-क्रुद्ध स्वाभिमानी कुत्ता पिंडलियों में दांत गड़ा दे! इन गली के कुत्तों का तो जितेनजी के कुत्ते की तरह वैक्सीनेशन भी नहीं हुआ होगा! सीधे चौदह सूई, वो भी पेट में! अगर कुत्तों का कोई अखबार होता तो विज्ञापन देकर माफी माँग लेती कि आज के बाद कभी भी कुत्तों की तुलना भक्तों से या भक्तों की तुलना कुत्तों से करके कुत्तों के स्वाभिमान को ठेस नहीं पहुँचाऊँगी!

(18मार्च, 2019)


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