वक़्त नहीं था मेरे पास नफ़रत करने के लिए, क्योंकि
क़ब्र ने मेरे सामने रुकावट पैदा की
और ज़िन्दगी इतनी ज़्यादा नहीं थी कि मैं
दुश्मनी ख़त्म कर पाती I
न ही मेरे पास प्यार करने का समय था, लेकिन चूँकि
कुछ उद्यम तो करना ही था,
प्यार की थोड़ी सी कठिन मेहनत ही
मेरे लिए काफ़ी है, मैंने सोचा I
-- एमिली डिकिन्सन
(1830-1886)
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