Wednesday, September 26, 2018



ज़िज़ेक के चिंतन में भले ही अराजकता और अंतरविरोध हों, पर उनकी कुछ बातें जब बद्धमूल भारतीय संस्कारों पर हथौड़े से चोट करती हैं तो अच्छा लगता है I जैसेकि उनकी यह उक्ति :
"प्यार वह है जो सेक्स को हस्तमैथुन से अलग बनाता है I अगर प्यार नहीं है तो तुम यदि वास्तव में एक पार्टनर के साथ भी होते हो, तो उस पार्टनर के साथ हस्तमैथुन कर रहे होते हो I"
--- स्लावोज ज़िज़ेक

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