देर रात के राग
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Thursday, May 18, 2017
तर्क करो !
भागो मत , तर्क करो !
तर्कसिद्ध को स्वीकार करो !
भक्ति नहीं , विचार करो !
जड़ता पर , प्रहार करो !
अध्ययन करो, व्यवहार करो !
ज्ञान का प्रसार करो !
भविष्य की पुकार सुनो !
नई क्रांति की राह चुनो !
-- कविता कृष्णपल्लवी
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