झाड़ू पुराण
झाड़ू से बुहारी नहीं जा सकती हैं लाशें।
झाड़ू दामन पर लगे
खून के धब्बों को साफ नहीं कर सकता।
झाड़ू जली हुई वीरान बस्तियों को
आबाद नहीं कर सकता।
झाड़ू खण्डहरों को रौशन नहीं कर पाता।
और हाँ, झाड़ू स्मृतियों को
बुहार नहीं सकता,
न ही इतिहास को
कूड़ेदान के हवाले कर सकता है।
झाड़ू बदलाव के जज़्बे को
ठिकाने नहीं लगा पाता।
झाड़ू पर सवार जादूगरनी
हमेशा ही एक बच्चे के हाथों
मात खाती रही है।
-- कविता कृष्णपल्लवी
झाड़ू दामन पर लगे
खून के धब्बों को साफ नहीं कर सकता।
झाड़ू जली हुई वीरान बस्तियों को
आबाद नहीं कर सकता।
झाड़ू खण्डहरों को रौशन नहीं कर पाता।
और हाँ, झाड़ू स्मृतियों को
बुहार नहीं सकता,
न ही इतिहास को
कूड़ेदान के हवाले कर सकता है।
झाड़ू बदलाव के जज़्बे को
ठिकाने नहीं लगा पाता।
झाड़ू पर सवार जादूगरनी
हमेशा ही एक बच्चे के हाथों
मात खाती रही है।
-- कविता कृष्णपल्लवी
झाड़ू बदलाव के जज़्बे को
ReplyDeleteठिकाने नहीं लगा पाता।..
बहुत सही ....