Monday, June 30, 2025

 लगातार मेहनत और संघर्ष की ज़िन्दगी जीने के बाद अगर आप किसी मीलपत्थर के पास थककर देर तक बैठ जाते हैं तो फलहीन बूढ़े पेड़ के पीले पत्ते आपके सिर पर गिरने लगते हैं, पस्तहिम्मती का अजगर अपनी कुण्डली में जकड़ लेने के लिए धीरे-धीरे आपकी ओर सरकने लगता है, क्षुद्रता की लाल चींटियाँ आपके बदन पर रेंगने लगती हैं और कुछ मील आगे खड़ी मौत की सराय में आपके लिए एक कमरे की साफ़-सफ़ाई शुरू हो जाती है। 

उस सराय से आगे का सफ़र कोई इंसान नहीं बल्कि एक प्रेत तय करता है।

(डायरी का एक इन्दराज़)

(30 Jun 2025)


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