Saturday, April 08, 2023

पुरानी न पड़ने वाली चन्द बातें


पुरानी न पड़ने वाली चन्द बातें


जब बूढ़ी हो जाऊँगी

तो उस समय के युवाओं को

 ईर्ष्या भरी डबडबाई मिचमिची आँखों से देखते हुए

काँपती हुई खरखरी आवाज़ में 

कभी नहीं कहूँगी, 

"मैंने बहुत देखी
है दुनिया!"

मैं कहूँगी, "मैंने जितना मुमकिन हो सका, 

देखी अपने समय की दुनिया

और उसमें एक जीवन जिया अपनी शर्तों पर ।

अब तुम लोग देखो

अपने समय की दुनिया

और इसके बारे में मुझे भी बताओ! 

जबतक यह दिल धड़कता रहेगा

और दिमाग़ सोचने का काम जारी रखेगा

तबतक मुक्ति की खोजी यात्रा में चलते रहना ही

मेरे लिए जीवन की परिभाषा बनी रहेगी। 

बस एक बात याद रखना कि हमेशा

सच्चाई के साथ रहना, 

इंसाफ़ और आज़ादी से प्यार करना, 

सपने देखने की आदत बनाये रखना

और समझौते कभी न करना

क्योंकि ये बातें तुम्हारे समय पर भी

वैसे ही लागू होती हैं

जैसे कि हमारे समय पर ।

**

(8 Apr 2023)

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