जब तानाशाह ने दया करने का फ़ैसला लिया
.
तानाशाह क्रूरता करते-करते थक गया I
और ऊब गया I
फिर उसने सिपहसालारों और सलाहकारों से कहा,
"अब हम कुछ समय दया करना चाहते हैं,
बहुत अधिक, बहुत अधिक दया करना चाहते हैं!"
फिर तानाशाह ने लोगों के दुखों पर
गहरी सहानुभूति जतायी
और रोया भी I
वह कई शवयात्राओं में शामिल हुआ,
कई दंगाग्रस्त इलाकों में जाकर उसने
शान्ति का संदेश दिया,
मॉब लिंचिंग और नरसंहारों और सामूहिक बलात्कारों की
बार-बार कड़ी से कड़ी निंदा की,
कई-कई बार अपने काफ़िले को रोककर
एम्बुलेंस को अस्पताल जाने का रास्ता दिया
और कई-कई अकालग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया धुँआधार I
यह सब करके उसे बहुत ख़ुशी मिली I
फिर उसने अपने सिपहसालारों और सलाहकारों को
बुलाकर कहा कि अब वह
हज़ारों मृतकों की हज़ारों सामूहिक शवयात्राओं में
शामिल होना चाहता है,
सैकड़ों दंगाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर
शान्ति का संदेश देना चाहता है,
सैकड़ों एम्बुलेंसों के सैकड़ों काफ़िलों को
अस्पताल जाने के लिए रास्ता देना चाहता है
और रोज़ाना कुछ अकालग्रस्त क्षेत्रों का
दौरा करना चाहता है I
तानाशाह के सिपहसालारों और सलाहकारों ने कहा,
"हो जायेगा साहब,
यह कौन सी बड़ी बात है!"
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(5 Dec 2022)
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