जीवन और राजनीति में उसूलों पर अनम्य दृढ़ता और साफ़गोई होनी चाहिए और दैनन्दिन बात-व्यवहार में सहजता और विनम्रता होनी चाहिए।
यह सच्चे कम्युनिस्ट का बुनियादी गुण होता है।
जो लोग उसूली संघर्षों में दोटूकपन और साफ़गोई का बुरा मानते हैं वे उदारतावादी और अवसरवादी लोग होते हैं। अक्सर आप पायेंगे कि ऐसे लोगों के पास जब तर्कों का कोई उत्तर नहीं होता तो वे कठदलीली करते हैं, अपने स्टैण्ड से पलटी मारने लगते हैं, धीरे-धीरे बात बदलने लगते हैं, गोलमाल और लीपापोती करने लगते हैं और कुछ मिथ्यारोप लगाते हुए बहस से ही भाग खड़े होते हैं।
ऐसे लोगों के क्रान्तिकारी चरित्र का क्षरण और पतन अवश्यम्भावी होता है। उनका राजनीतिक अवसरवाद जल्दी ही सचेतन व्यक्तिगत अवसरवाद में रूपान्तरित हो जाता है।
19 Sept 2021
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