Wednesday, May 01, 2019

आज ही के दिन, 1945 में फासिस्ट-विरोधी प्रतिरोध सेनानियों ने मिलान और तूरिन को मुक्त कराने के बाद फासिस्ट तानाशाह बेनितो मुसोलिनी को उसकी प्रेमिका और कुछ निकट सहयोगियों के साथ चौराहे पर फाँसी पर लटका दिया था और इटली में 20 वर्षों की फासिस्ट तानाशाही का खात्मा कर दिया था !

एक बात और याद कर लीजिए I संघ के संस्थापक सिद्धान्तकारों में से एक, डा. मुंजे इटली जाकर मुसोलिनी से मिला था और एक फासिस्ट संगठन खड़ा करने की शिक्षा लेकर भारत लौटा था I मुसोलिनी के 'ब्राउन शर्ट्स' दस्ते से ही आईडिया लेकर संघ ने खाकी हाफपैंट और काली टोपी का गणवेश तय किया था !

अरे हाँ, हमारे देश में भी तो किसी ने कहा था कि अगर 30 दिसंबर तक नोटबंदी के शानदार नतीजे सामने न आ जाएँ तो मुझे घसीटकर लाना और चौराहे पर लटका देना ! इन फासिस्ट लोगों के भीतर चौराहे पर लटकने को लेकर क्या कोई 'ऑब्सेशन' होता है ? या अपने इतालवी गुरुजी का हश्र उन्हें 'हॉन्ट' करता रहता है और उनका भय उनके मुँह से शब्द बनकर फूट पड़ता है ?

(29अप्रैल, 2019)

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