Sunday, December 02, 2018

बेर्टोल्ट ब्रेष्ट के कुछ उद्धरण


हालाँकि दुनिया उठ खड़ी हुई और उसने उस हरामज़ादे की नकेल कस दी, लेकिन उसे जनम देने वाली कुतिया अब फिर से गरमाई हुई है I

-- (ब्रेष्ट ने यह कहा था उन्नीस सौ पचास के दशक में कभी ! आज हम देख रहे हैं कि विश्व-पूँजीवाद की बूढ़ी कुतिया ने कई फासिस्ट पिल्ले जने हैं जो मरियल हैं पर बेहद खूँख्वार हैं !)


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कोई हर कमज़ोरी से कैसे मुक्त रह सकता है, और सबसे बढ़कर उस घातक कमज़ोरी से, यानी प्यार से ?
(The Good Woman of Szechwan )


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रस्सी टूट चुकी है; एक गाँठ
इसे फिर से जोड़ सकती है, लेकिन
यह टूट चुकी है I

शायद हम फिर मिलेंगे, लेकिन
तुम मुझे उसी जगह
नहीं पाओगे जहाँ से हमारी राहें जुदा हुई थीं I


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यह बरसों पहले की बात है और एक यह समय है कि मैं कुछ नहीं जानता उसके बारे में अब और, जो कभी मेरे लिए सब कुछ हुआ करती थी लेकिन सबकुछ गुजर जाता है I ( ग्यारहवाँ स्तोत्र )
 ( लव पोयम्स )


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दुनिया की दुष्टता इतनी ज़बरदस्त है कि तुम्हें लगातार भागते रहना पड़ता है कि कहीं तुम्हारे नीचे से तुम्हारी टाँगें ही न चोरी चली जाएँ I
( थ्री पेनी ऑपेरा )


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कमज़ोरियाँ
तुम्हारी कोई नहीं थी
मेरी थी एक :
मैं प्यार करता था I
( लव पोयम्स )


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जो आदेश देते हैं उनकी तीखी आवाज़ें
भय से भरी होती हैं, कसाई के छुरे का इंतज़ार करते
सूअरों के बच्चों की किंकियाहट की तरह,
ऑफिस की कुर्सियों में में धँसे उनके चर्बीदार चूतड़
दुश्चिंता में पसीने से लथपथ होते हैं ...
भय सिर्फ़ उनपर ही शासन नहीं करता जो शासित हैं, बल्कि
शासकों पर भी करता है I


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चूँकि समय कम है और अज्ञात हमें घेरे हुए है; इसलिए महज़ इतना काफ़ी नहीं होगा कि हम कुछ भी न सोचते हुए और खुश रहते हुए जियें, शांतिपूर्वक उत्पीड़न बर्दाश्त करें और सिर्फ़ बढ़ती उम्र के साथ ही अक्लमंदी हासिल करें I
( Antigone -- In a Version by Brecht )


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वह दर्शन में कमजोर था और शानदार ड्राइवर था, लेकिन उसकी ड्राइविंग उसके दर्शन से बहुत अधिक ख़तरनाक थी I


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जब अटलांटिस में पानी भर रहा था, उससमय भी धनी लोग अपने गुलामों के लिए चीख रहे थे।
-- ( ब्रेष्ट का यह उद्धरण आज की दुनिया के लिए बेहद प्रासंगिक है जब मेहनतकशों की हड्डियाँ निचोड़ने के साथ ही कच्चे माल के अंधाधुंध दोहन और अराजक-अनियोजित पूँजीवादी विकास ने पृथ्वी की पारिस्थितिकी को इस क़दर तबाह कर दिया है कि इस बात का खतरा पैदा हो गया है कि यदि पूँजीवाद बना रहा तो इस पृथ्वी से इस सदी का अंत होने से पहले ही मानव जीवन का ही खात्मा हो जाएगा I लेकिन मुनाफे की अंधी होड़ में लगे पूँजीपति पृथ्वी के विनाश के बारे में नहीं, मज़दूरों को लूटने और कुचलने की नयी-नयी तरकीबों के बारे में सोचने में दिन-रात एक किये हुए हैं ! अटलांटिस डूब रहा है, पर वे अपने गुलामों को लेकर परेशान हैं ! )

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बैठे रहने और बग़ावत करने में कोई मेल नहीं है I


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सोचना मानव जाति का सबसे बड़ा सुख है I
( गैलीलियो )


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काफ़ी कुछ तभी जीत लिया जाता है जब एक अकेला आदमी भी अपने पैरों पर उठ खड़ा होता है और कहता है, " नहीं I"
(गैलीलियो)

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जो नया,स्वस्थ, आश्चर्यजनक और बेगाना है, वह पाप है I थियेटर को पाप में दिलचस्पी लेनी होगी, अगर नौजवानों को वहाँ जाने योग्य बनाना है तो !

-- बेर्टोल्ट ब्रेष्ट


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तुम जो इस बाढ़ से उबरोगे

जिसमें हम डूब गये

याद रखना,

जब तुम हमारी नाक़ामयाबियों की बात करना

तो उस अँधेरे समय की भी करना

जिससे तुम बच निकले।

-- बेर्टोल्ट ब्रेष्ट



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हर रोज़ अपनी रोज़ाना की रोटी कमाने मैं बाज़ार जाता हूँ जहाँ झूठ खरीदे जाते हैं। उम्मीदों के साथ मैं बेचने वालों के बीच अपनी जगह ले लेता हूँ।

-- बेर्टोल्ट ब्रेष्ट









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