अल्जीरियाई स्त्री-कवि नासिरा नेज्ज़र :
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(कभी हम अपनी आँखें बंद कर लेते हैं,
सोने के लिए नहीं,
बल्कि अपने सपनों का,
उनके अकेलेपन में साथ देने के लिए) ।
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कविता कृष्णपल्लवी :
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और फिर सपने हमारा साथ देते हैं
जब हम एक स्वप्न-विहीन दुनिया में
जागते हुए अकेले पड़ जाते हैं ।
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और यही है वह गुप्त रहस्य
हमारे बचे रहने का
जिसे जानने वाले बहुतेरे
बचे नहीं रह सके ।
(19नवम्बर,2018)
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