चर्चों की सभी राष्ट्रीय संस्थाएँ, चाहे वे यहूदी हों, ईसाई हों या टर्किश हों, मुझे ऐसी इंसानी ईजाद मालूम पड़ती हैं, जिन्हें लोगों को आतंकित करने और गुलाम बनाने के लिए, और ताक़त और मुनाफ़े पर इजारेदारी क़ायम करने के लिए,खड़ा किया गया है I
-- टॉम पेन
(अमेरिकी और फ्रांसीसी क्रांति के एक दार्शनिक और नायक )
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