Thursday, May 18, 2017




बिना किसी अपवाद के, और बिना किसी की भावनाओं का ख़याल किए, सभी चीज़ों का परीक्षण होना चाहिए, उनपर बहस होनी चाहिए और उनकी जाँच-पड़ताल होनी चाहिए |
--देनी दिदेरो
( प्रबोधनकालीन फ्रांसीसी दार्शनिक )

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