देर रात के राग
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Monday, March 07, 2011
न रुकना
इतिहास बनाने वाले
अभी भी मौजू़द थे
और वे चीज़ें भी
जिनसे बनता है इतिहास।
फिर कौन कर सकता है
'इतिहास के अन्त' की बातें?
बाढ़ से, तूफ़ान से
या भूकम्प में
मकानों के गिरने से
बन्द नहीं होता है
मकानों का बनना।
-कात्यायनी
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