Wednesday, February 20, 2019


भक्तो ! पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए छप्पन इंची से गला फाड़-फाड़कर गुहार लगाते-लगाते तुमलोगों का गला तो फटा बाँस हो गया , पर नोट कर लो, कुछ नहीं होगा ! होगा कैसे ? मूर्खो ! पता है, तुम्हारे अम्बानी भैया और अदानी भैया के कितने करोड़ डॉलर के व्यापारिक हित पाकिस्तान में लगे हुए हैं ? और भी कई भैया-चाचा लोगों के लगे हैं ! और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल का बिज़नेस पार्टनर सैयद अली अब्बास भी तो एक पाकिस्तानी है ! शौर्य डोभाल पाकिस्तानी नागरिक सैयद अली अब्बास और प्रिंस मिशाल बिन अबदुल्लाह बिन तुर्की बिन अबदुल्लाज़ीज़ अल साऊद के साथ मिलकर जेमिनी फाइनेंशियल सर्विसेज नामक कंपनी चलाते हैं ! और घामड़ो ! इन जूनियर डोभाल साब का दूसरा काम इंडिया फाउंडेशन नाम के थिंक टैंक को चलाना है, जिसमें चार केंद्रीय मंत्री बतौर निदेशक (डायरेक्टर) अपनी सेवाएँ दे रहे हैंI रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण इन चार मंत्रियों में शामिल हैंI इंडिया फाउंडेशन की स्थापना शौर्य डोभाल ने भाजपा महासचिव राम माधव के साथ मिलकर की थी I यानी एक पाकिस्तानी का बिज़नेस पार्टनर भारत सरकार के लिए नीतियाँ बनाने के काम में लगा हुआ है और उसका बाप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार है !

भाई, जब पाकिस्तान से सारे सम्बन्ध तोड़ने हैं और उसकी कमर भी तोड़नी है तो अपने अम्बानी भैया और अदानी भैया से भी तो कहो कि अपना धंधा वहाँ से समेट लें और डोभाल साहिब के बिटुवा से भी तो कहो कि अपने पाकिस्तानी पार्टनर से कट्टी कर ले ! और गर्दभ-पुत्रो ! यह बात जब गोदी मीडिया के कुत्तों ने ही दबा दी तो भला तुमको कैसे पता होगा कि इस महादेशभक्त सरकार के सुरक्षा सलाहकार के दूसरे बेटे विवेक डोभाल ने नोट्बंदी के कुछ ही दिनों बाद केमन आइलैंड्स में हेज फंड्स खोला था और वहाँ से अचानक विशाल मात्रा में विदेशी पूँजी भारत आयी थी ! यानी सारा खेल काले को सफ़ेद करने का था ! इस पूरे मामले को एकदम से दबा दिया गया !

तो बछिया के ताऊ लोग !अब संघी देशभक्ति की एक और बात जान लो ! कल सऊदी अरब का कुख्यात जालिम सुलतान प्रिंस सलमान भारत आ रहा है, जिसके लिए छप्पन इंची पलक पांवड़े बिछाकर स्वागत करने की गजब तैयारी किये हुए हैं ! क्या करें बिचारे, तेल जो चाहिए, और अमेरिका वाले बड़के भैया ने कहा है कि खबरदार ! ईरान से नहीं,सऊदी से लो ! और प्रिंस सुलतान पाकिस्तान को हथियार खरीदने के लिए और ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने के लिए कितने का तोहफा देते हुए भारत आ रहा है, जानते हो ? -- दो सौ करोड़ अमेरिकी डॉलर ! दम है तो प्रिंस सुलतान को काला झंडा दिखाओ ! तब तुम सभी झंडुओं की देशभक्ति की हवा तुम्हारे छप्पनइंची खलीफा ही टाइट कर देंगे ! तुम लोगों की औंधी खोंपड़ी में यह बात घुस ही नहीं सकती कि जब पूरी सत्ता पूँजी की चाकरी में सन्नद्ध हो तो सारा राष्ट्रवाद और सारी देशभक्ति सिक्कों से भरी थैली से निकलती है और फिर उसी में घुस जाती है !

और हाँ, एक बात और जान लो ! चुनाव तक गरमागरम बातों का खूब जुबानी जमाखर्च होगा, सीमा पर तनाव और कुछ झड़पें होगीं, आतंकियों के नाम पर कश्मीर में न जाने कितने बेगुनाह गोलियों से छलनी किये जायेंगे, पर पाकिस्तान पर हमला करके कोई बड़ी सैनिक कार्रवाई कत्तई नहीं होगी ! मोदीजी पगलाए हैं का कि अम्बानी, अदानी और डोभाल के लाल के व्यावसायिक हितों को चोट पहुँचायेगे ? अरे भई, तुम क्या जानो ! यह सब गंदा है, पर धंधा है ! कश्मीर में भी लाशों का धंधा है, जो भारत-पाकिस्तान दोनों के हुक्मरानों की ज़रूरत है ! लाशें आम गरीबों के बेटों की गिरनी है, चाहे वे कश्मीर के आम लोग हों या फिर सी.आर.पी.एफ़.,बी.एस.एफ़. और सेना के जवान !

अभी जितनी लाशें गिरेंगी, उतना ही देशभक्ति का जुनून उफान मारेगा और उतना ही कमल खिलेगा ! अगर नहीं ही खिल पाया फिर भी, तो ई.वी.एम. है ही ! उससे खिला लेंगे ! वह तो थोड़ा रिस्क है, इसलिए भरसक बचा रहे हैं ! बाकी, तुम भक्त लोग तो सोचोगे नहीं ! सोचने का काम देशद्रोह और धर्म-द्रोह का काम जो होता है ! और ज्यादा सोचने से घुटनों में दर्द भी होने लगता है ! थोड़ा पंचगव्य का चखना खाकर गोमूत्र का तगड़ा पेग लगाओ और सो जाओ ! कल फिर से काम पर लग जाना है !

(18फरवरी, 2019)

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