Saturday, December 09, 2017


पूँजी की राक्षसी रचती है
युद्ध के दिनों में हिरोशिमा
और शांति के दिनों में
भोपाल!
भूलना नहीं होगा 3 दिसंबर,1984की वह काली रात
युद्ध जारी रखना होगा उन्हें
जो वास्तव में जीवित हैं




No comments:

Post a Comment