सिर्फ 20वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध के पचास वर्षों में अमेरिका ने पूरी दुनिया के विभिन्न हिस्सों में युद्ध थोपकर, हमले करके, बमबारी करके और कठपुतली सैनिक तानाशाहों तथा आतंकवादी गिरोहों की हत्यारी कार्रवाइयों को शह देकर जितनी तबाही मचायी है, उतनी औपनिवेशिक ताक़तों ने सौ सालों के अन्दर भी नहीं मचायी। लेकिन अमेरिकी समाज की अन्दरूनी तस्वीर भी उतनी ही भयावह है। दुनिया के सबसे ख़र्चीले और विलासी समाज में न केवल अमीरी-ग़रीबी की खाई चौड़ी है और ग़रीबों की ज़िन्दगी ग़रीब देशों जैसी ही नारकीय है, बल्कि यह दुनिया का सबसे अधिक अपराधग्रस्त और आत्मिक रूप से रुग्ण समाज है।
अमेरिका में प्रतिवर्ष औसतन 1करोड़ 20लाख अपराध होते हैं। दुनिया के किसी भी देश में सालाना साठ लाख से अधिक अपराध नहीं होते। दुनिया में सबसे अधिक रिपोर्टेड अपराधों वाले शीर्षस्थ दस देश ये हैं:
2011 में प्रति एक लाख आबादी पर अपराधों की संख्या
अमेरिका - 12,408,899
जर्मनी - 2,112,843
फ्रांस - 1,172,547
रूसी संघ - 1,041,340
इटली - 900,870
कनाडा - 628,920
चीले - 611,322
पोलैण्ड - 521,942
स्पेन - 377,965
नीदरलैण्ड्स -372,305
अमेरिका में 10 लाख लोग किसी न किसी अपराधी गिरोह के सदस्य हैं।
अमेरिका में 22लाख लोग जेलों में बंद है। कैदियों की संख्या के मामले में अमेरिका दुनिया में पहले स्थान पर है। आबादी में कैदियों के प्रतिशत अनुपात के हिसाब से भी यह दुनिया में पहले स्थान पर है। अमेरिका में दुनिया की 5 प्रतिशत आबादी रहती है, पर दुनिया के 25प्रतिशत सज़ायाफ़्ता कैदी सिर्फ अमेरिकी जेलों में रहते हैं। वहाँ की प्रति एक लाख आबादी में से 730 जेल हैं।
दुनिया में सबसे अधिक जेलें अमेरिका में हैं। वहाँ 4,575 जेलें हैं। दूसरे नम्बर पर रूस है जहाँ 1,029 जेलें हैं।
अमेरिका में हर वर्ष औसतन 48लाख स्त्रियाँ अपने पति, प्रेमी या मित्र द्वारा यौन-आक्रमण या बलात्कार की शिकार होती हैं। प्रति दिन औसतन तीन स्त्रियों की उनके पति, प्रेमी या मित्र द्वारा हत्या कर दी जाती है। वहाँ प्रतिदिन औसतन नौ स्त्रियों की हत्या होती है। सिर्फ़ वर्ष 2006 के दौरान अमेरिका में 2,32,960 स्त्रियाँ बलात्कार या यौन हमले का शिकार हुईं।
अमेरिका में वेश्यावृत्ति सालाना 14अरब डॉलर का धंधा है। वहाँ (रोड प्रांत को छोड़कर) वेश्यावृत्ति प्रतिबंधित है, पर पुलिस रिकार्ड के मुताबिक प्रति एक लाख पर 23 वेश्याएँ हैं। वास्तविक संख्या इससे कई गुना अधिक है। बाल-वेश्यावृत्ति और पुरुष वेश्यावृत्ति भी वहाँ हर वर्ष तेजी से बढ़ रही है। अमेरिका पोर्न सामग्री का सबसे बड़ा उत्पादक और ख़रीदार है। वहाँ के पोर्न-उद्योग (पोर्न फिल्में, वीडियो, इण्टरनेट, पत्रिकाएँ, 'पे-पर-व्यू', सेलफोन्स) की सालाना शुद्ध कमाई औसत 4अरब 30 करोड़ डॉलर है।
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