Saturday, January 26, 2019

उम्बेर्तो एको के कुछ उद्धरण


मैं अक्सर इस उत्तर-आधुनिक रवैय्ये के बारे में सोचता हूँ , मसलन उस आदमी के बारे में जो एक बेहद सुसंस्कृत स्त्री से प्यार करता है और जानता है कि वह उससे कह नहीं सकता कि,"मैं तुम्हें पागलों की तरह प्यार करता हूँ," क्योंकि वह जानता है कि वह जानती है ( और् यह भी वह जानती है कि वह जानता है ) कि ये शब्द पहले ही बारबरा कार्टलैंड द्वारा लिखे जा चुके हैं I लेकिन फिर भी एक समाधान है I वह कह सकता है,"जैसाकि बारबरा कार्टलैंड इसे कहती, मैं तुम्हें पागलों की तरह प्यार करता हूँ I" इस बिंदु पर, झूठी मासूमियत से बचते हुए, और यह साफ़ तौर पर कहने से बचते हुए कि अब मासूमियत के साथ बात करना संभव नहीं रह गया है, फिर भी वह उस बात को कह ही डालेगा जो वह उस स्त्री से कहना चाहता है : कि खो चुकी मासूमियत के युग में वह उसे प्यार करता है I
--- -- उम्बेर्तो एको (1932-2016)
(बहुचर्चित इतालवी उपन्यासकार, आलोचक, निबंधकार)



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ज़िंदा रहने के लिए तुम्हें किस्से सुनाने होंगे I
-- उम्बेर्तो एको



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इसतरह मैंने फिर से इस बात की खोज की जिसे लेखक गण पहले से ही जानते हैं ( और बार-बार हमें बताते रहे हैं) : किताबें अक्सर दूसरी किताबों की बातें करती हैं, और हर कहानी एक कहानी कहती है जो पहले ही कही जा चुकी है I

-- उम्बेर्तो एको
(Postscript to 'The Name of the Rose')




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बुरी कवितायें सभी कवि लिखते हैं I बुरे कवि उन्हें प्रकाशित करते हैं और अच्छे कवि उन्हें जला देते हैं I
-- उम्बेर्तो एको




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प्यार के लिए अनुपस्थिति उसीप्रकार होती है जैसे आग के लिए हवा I वह छोटी लपट को बुझा देती है जबकि बड़ी लपट को भड़का देती है I
-- उम्बेर्तो एको




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पुस्तकें विश्वास करने के लिए नहीं निर्मित की गयी हैं, वे प्रश्नेय हैं I
-- उम्बेर्तो एको



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लोग जब ईश्वर में विश्वास करना बंद कर देते हैं तो ऐसा नहीं कि वे किसी चीज़ में विश्वास नहीं करते : वे हर चीज़ में विश्वास करते हैं !
-- उम्बेर्तो एको



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किसी उपन्यास में प्रवेश करना पहाड़ों में चढ़ाई करने जैसा होता है : आपको साँसों की लय को समझना होता है और कदमचाल को साधना होता है, अन्यथा आप बीच में ही रुक जाते हैं I
-- उम्बेर्तो एको ( postscript to 'the Name of the Rose')



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अभागा और हताश होता है वह लेखक जो भविष्य के पाठक को संबोधित नहीं कर पाता I
-- उम्बेर्तो एको (1932-2016)
( बहुचर्चित इतालवी उपन्यासकार, आलोचक, निबंधकार )




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हर जटिल समस्या का एक सरल समाधान होता है और वह ग़लत होता है I
-- उम्बेर्तो एको (1932-2016)



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जब कोई लेखक ( या आम तौर पर कोई कलाकार ) कहता है कि उसने प्रक्रिया के नियमों पर ध्यान दिए बिना सृजन किया है तो उसका सीधा-सादा मतलब यह होता है कि उसने बिना इस अहसास के सृजन किया है कि वह उन नियमों को जानता है I
-- उम्बेर्तो एको
( Postscript to 'The Name of the Rose' )







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