Wednesday, September 26, 2018

गुमनाम औरत की डायरी में दर्ज प्यार के बारे में कुछ और विचार




प्यार अमर होता है, यह दुनिया का सबसे बड़ा मिथक होता है | पर मिथक भी यथार्थ के साथ ही जन्म लेता है | यह जीवन नश्वर है और प्यार भी | नश्वर ही सुन्दर है | अनश्वरता काल्पनिक है और कुरूप है |
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प्यार में मुक्ति नहीं होती |प्यार में मुक्ति के लिए संघर्ष की तड़प पैदा करने की ताक़त होती है |
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प्यार के मिथ्याभास से तो प्यार की मृग-मरीचिका ही भली | मृग-मरीचिका भी मिथ्याभास है, पर उसमें हम जीते नहीं, उसके पीछे अंतिम साँस तक भागते हैं |
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अगर आदर्श स्थिति की बात करें, तो प्यार कई रागों में ढलता है |वह जीवन की भैरवी है, सृजन का मल्हार है और स्वप्नों का मालकौंस है | पर हम सभी जानते हैं, यथार्थ कभी भी आदर्श नहीं होता | सजग जीवन का यथार्थ निरंतर आदर्श का पीछा करता है |
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मेरी दोस्त कह रही थी कि वह तो प्रेम में डूब गयी है | मुझे तो डूबने से, डूबकर मरने से और डूब मरने से भयंकर डर लगता है | मैं कहूँगी, मैं प्रेम में पड़कर निश्चल जीवन में डूबकर मर जाने से बच गयी हूँ | मुहावरा प्रेम में डूबना नहीं, प्रेम में उबरना, या प्रेम में तैरना होता तो शायद कुछ बेहतर होता | स्त्रियाँ अक्सर प्रेम में डूबकर मर जाती हैं |
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प्यार में अपनी थोड़ी निजता बचाए रखें और अपने थोड़े रहस्य भी | आत्मा को पूरीतरह अनावृत्त कर देने की कोशिश ख़तरनाक होगी | प्रतीक्षा करो और प्रतीक्षा करने दो |
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प्यार में किसी को अपनी सीढ़ी मत बनाओ, न ही सहारा, न ही रक्षा-कवच, न ही एकान्तिक शरण्य, न ही संजीवनी, न ही यात्रा के बीच की कोई सराय, न ही अपनी निजी डायरी | प्यार में बस एक खिड़की खुली होनी चाहिए -- निरंतर संवाद की | जब संवाद संभव न हो, वह खिड़की बंद कर दी जानी चाहिए | प्यार में खुद को अहर्निश खुला दरवाज़ा नहीं बना देना चाहिए |
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सच्चा प्रेम चाहते हो तो सच्चे प्रेमी बनो | सच्चा प्रेमी बनाने के लिए गर्वीला, उदार, कवित्वमय, संवेदनशील,  चिंतनशील , कर्मशील, न्यायशीलऔर गहन सौन्दर्याभिरुचि वाला व्यक्ति  बनना होगा | इसके लिए तुम्हे, समाज में जो भी अन्यायपूर्ण है, कुरूप है, मानवीय गरिमा के प्रतिकूल है, उसके विरुद्ध समझौताहीन संघर्ष करना होगा और उसकी कीमत चुकानी होगी | कायर, स्वार्थी, आत्मकेंद्रित, मनहूस, ढोंगी, कंजूस और कैरियरवादी टाइप लोग प्यार करने में सर्वथा अक्षम लोग होते हैं और इस अक्षमता का इलाज किसी भी बाबा बंगाली के पास नहीं होता |

(20सितम्‍बर,2018)

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