Tuesday, May 08, 2018




कुशीनगर जिले के दुदही स्टेशन के पास मानव-रहित रेलवे क्रासिंग पर पैसेंजर ट्रेन ने स्कूली वैन को रौंद दिया I 13 बच्चों की घटना-स्थल पर मौत हो गयी I 5 गंभीर रूप से घायल हैं I मृत बच्चों की तस्वीर देख पाना मज़बूत से मज़बूत कलेजे वाले के लिए भी कठिन है I
जिस देश में आजादी मिलाने के 70 वर्षों बाद भी मानव-रहित रेलवे क्रासिंग ख़तम करके वहाँ गार्ड नहीं लगाये जा सके हैं या उनकी जगह अंडरपास नहीं बनाए जा सके हैं, वहाँ आम लोगों को चूस-निचोड़कर लगातार हवाई यात्राएँ सस्ती की जा रही हैं, नयी-नयी वी.आई.पी. ट्रेनें चलाई जा रही हैं और बुलेट ट्रेन चलाने की बात हो रही है I आम पैसेंजर ट्रेनों की हालत लगातार बद से बदतर होती जा रही है I गली हुई पटरियों और अंग्रेजों के ज़माने के पुलों पर गाड़ियाँ दौड़ रही हैं, लगातार भीषण दुर्घटनाएँ हो रही हैं, और दूसरी ओर पाँच सितारा होटल और मॉल बनाने के लिए स्टेशनों और रेलवे की ज़मीनों को पूँजीपतियों को बेचा जा रहा है I जो काम कांग्रेस ने शुरू किया, भाजपा उसे आठ गुनी अधिक रफ़्तार से कर रही है I
पूँजीवादी व्यवस्था का विकृततम, घृणिततम और नग्नतम रूप हमारे सामने है --- गरीबों की हड्डियाँ निचोड़कर विकास की रौनक सिर्फ अमीरों के लिए, घोर अराजकता, चरम भ्रष्टाचार, जघन्य अत्याचार, बर्बरतम दमन, पूँजी की देवी के सामने बलि चढ़ते बच्चे --- ...और अभी भी ऐसे लोग हैं जिन्हें बुर्जुआ जनवाद से उम्मीद है, जो सोचते हैं कि यह नहीं वह पार्टी सत्ता में आ जायेगी तो गाड़ी कुछ पटरी पर आ जायेगी I अरे भाई, यही अब पूँजीवाद की पटरी है I ड्राईवर चाहे कोई हो, कोई फ़र्क नहीं पड़ता I अपने तय रूट पर चलते हुए ही पूँजीवादी लोकतंत्र की गाड़ी यहाँ तक पहुँची है और आपके बच्चों को रौंदते हुए खून सने पहियों से आगे दौड़ती जा रही है I यह बात आपके भेजे में कब घुसेगी ?

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