Friday, April 06, 2018

हमारे समय के महानतम वैज्ञानिक स्टीफ़न हाकिंगकी कुछ सूक्तियाँ :





-- परिवर्तन के साथ स्वयं को ढाल लेने की क्षमता ही बुद्धिमत्ता है I

-- ज्ञान का सबसे बड़ा शत्रु अज्ञान नहीं, बल्कि ज्ञान का विभ्रम है I

-- विज्ञान सिर्फ़ तर्कणा का क्षेत्र नहीं है, बल्कि रोमांस और जुनून का क्षेत्र भी है I

-- भविष्य की तरह, अतीत भी असीम है और इसका अस्तित्व सिर्फ़ संभावनाओं का एक वर्णक्रम होता है I

-- काम ही तुम्हें मतलब और मक़सद देता है, उसके बिना ज़िन्दगी ख़ाली है I

-- मेरे विचार से यथार्थ का कोई ऐसा पहलू नहीं है जो मानव मस्तिष्क की पहुँच से परे हो I

-- एक गणितीय प्रमेय के साथ आप वास्तव में कोई तर्क-वितर्क नहीं कर सकते I

-- कुछ भी सदा के लिए अस्तित्वमान नहीं रह सकता I

-- धर्मशास्त्र अनावश्यक चीज़ है I

-- जिस कारण से हम यहाँ हैं, लोग उसे ईश्वर का नाम दे देते हैं I लेकिन मैं सोचता हूँ कि कारण भौतिकी के नियम हैं, न कि कोई व्यक्ति जिसके साथ हम व्यक्तिगत रिश्ता बना सकते हैं I एक निर्वैयक्तिक ईश्वर I

-- टूटे हुए कम्प्यूटर के लिए कोई स्वर्ग या कोई पश्चात्-जीवन नहीं होता; यह एक परी-कथा है, उनलोगों के लिए जो अँधेरे से डरते हैं I

-- मैं मौत से नहीं डरता, लेकिन मुझे मरने की कोई जल्दी भी नहीं है Iउसके पहले, बहुत कुछ है जो मुझे करना है I

-- विज्ञान को जानने-समझने से पहले लोग स्वाभाविक तौर पर यह विश्वास करते हैं कि ईश्वर ने ब्रह्माण्ड को बनाया I

-- दार्शनिक विज्ञान, विशेषकर भौतिकी की नयी प्रगतियों के साथ कदम मिलाकर नहीं चल पाए हैं I

-- अगर मशीनें हमारी ज़रूरत की हर चीज़ पैदा कर सकती हैं, तो फिर नतीजा इस बात पर निर्भर करता है कि चीज़ों का वितरण किसतरह होता है I अगर मशीनों द्वारा उत्पादित संपदा बाँट दी जाये तो हर आदमी सुविधा और शानो-शौक़त की ज़िन्दगी बसर कर सकता है I लेकिन मशीनों के मालिक अगर संपदा के पुनर्वितरण के विरुद्ध जनमत तैयार कर लें तो अधिकांश लोग नारकीय गरीबी में जीने को बाध्य होंगे I अभीतक तो रुझान दूसरे विकल्प के पक्ष में ही दीख रही है, तकनोलोजी के साथ ही असमानता निरंतर बढ़ती जा रही है I

(और अंत में एक विनोदपूर्ण, लेकिन सार्थक उक्ति )

-- स्त्रियाँ I वे पूर्णतः रहस्य होती हैं I

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