Saturday, December 09, 2017

एक छोटी कहानी


कुछ दिनों से वह बहुत उदास थीI दिल हल्का करने के लिए दोस्त के घर गयीI पर अपनी उदासी की बात न कर सकीI दोस्त खुद से भी ज़्यादा उदास लगाI फिर दोनों ने दुनिया-जहान की उदासियों-परेशानियों के बारे में ढेरों बातें कींI दोस्त के घर से चली तो उदासी के बादल छंट चुके थेI ताज़गी का अहसास हो रहा थाI कुछ नया करने को, फिर एक नयी शुरुआत करने को दिल कर रहा थाI




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