Wednesday, May 24, 2017





और अब , अगर तुम बोलते हो , तुम्हें मरना होगा 
अगर चुप रहते हो , तुम्हें मरना होगा 
तो बोलो और बोलकर मरो । 
--ताहर जियात 
(प्रगतिशील अल्जीरियन कवि जिनकी एक इस्लामी कट्टरपंथी गुट ने1993 में हत्या कर दी)

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