Wednesday, May 24, 2017



कार्ल मार्क्स के 199 वें जन्मदिन ( 5 मई ) के अवसर पर
" मैं अबतक मार्क्स और एंगेल्स से प्यार करता हूँ और उनकी कोई भी निंदा चुपचाप बर्दाश्त नहीं कर सकता । नहीं, ये सच्चे लोग थे ! हमें उनसे सीखना चाहिए । हमें वह बुनियाद नहीं छोड़नी चाहिए । "
व्ला. इ. लेनिन 
( इ. आर्मांद को पत्र , 1917 )

No comments:

Post a Comment