Friday, July 08, 2016






क्रांति सफ़ेद दस्‍ताने पहनकर नहीं की जा सकती।
-- लेनिन

पूँजीवादी समाज में हमेशा आज़ादी वैसी ही बनी रहेगी जैसी वह प्राचीन ग्रीक गणराज्‍यों में थी: दास-स्‍वामियों के लिए आज़ादी।
--लेनिन

राजनीतिक आज़ादी की कोई भी मात्रा भूखी जनता को सन्‍तुष्‍ट नहीं कर सकती।
-- लेनिन

एक अत्‍यन्‍त छोटे अल्‍पमत के लिए जनवाद, धनी लोगों के लिए जनवाद -- पूँजीवादी समाज का जनवाद यही होता है।
-- लेनिन

जब भी लोगों का ध्‍येय प्रोफेसरों को सौंप दिया जायेगा, वह विफल हो जायेगा।
-- लेनिन

निराशा उन लोगों की ख़ासियत होती है जो बुराई के कारणों को नहीं समझते, जिन्‍हें उबरने की कोई राह नहीं दीखती और जो संघर्ष करने में अक्षम होते हैं।
-- लेनिन

क्रांतिकारी सिद्धान्‍त के बिना कोई क्रांतिकारी आन्‍दोलन नहीं हो सकता।
--लेनिन

सभी देशों को अपरिहार्यत: वही करना होगा, जो रूस ने किया है।
--लेनिन

पार्टी वर्ग का हरावल होती है, और उसका कर्तव्‍य जन समुदाय को नेतृत्‍व देना है न कि जन समुदाय की औसत राजनीतिक चेतना को परावर्तित करना।
--लेनिन

मज़दूर वर्ग को ''बनी बनायी राज्‍य मशीनरी'' को तोड़ देना होगा, चकनाचूर कर देना होगा और सिर्फ इसपर कब्‍ज़ा जमाने तक स्‍वयं को सीमित नहीं रखना होगा।
--लेनिन

हमारा अन्तिम लक्ष्‍य राज्‍यसत्‍ता का उन्‍मूलन, यानी सभी तरह के संगठित और व्‍यवस्‍थागत हिंसा का, आम तौर पर जन समुदाय के विरुद्ध हिंसा के सभी इस्‍तेमालों का उन्‍मूलन है।
--लेनिन

जबतक राज्‍यसत्‍ता मौजूद है, तबतक आज़ादी संभव नहीं। जब आज़ादी होगी, तब राज्‍यसत्‍ता नहीं होगी।
--लेनिन

हमारी पार्टी में श्रम साध्‍य और सच्‍चे लौह अनुशासन के बिना बोल्‍शेविक ढाई वर्ष तो दूर, ढाई महीने भी सत्‍ता अपने हाथ में नहीं रख पाते।
--लेनिन

मज़दूरों को एकजुट न होने देने की कोशिश में बुर्जुआ वर्ग एक राष्‍ट्र के मज़दूरों को दूसरे राष्‍ट्र के मज़दूरों के विरुद्ध भड़काता रहता है।
--लेनिन

केवल संघर्ष शोषित वर्गों को शिक्षित करता है। केवल संघर्ष उसके सामने उसकी अपनी ताकत की विशालता को उदघाटित करता है, उसके क्षितिज को व्‍यापक बनाता है, उसकी क्षमताओं को बढ़ाता है, उसके दिमाग को साफ़ करता है और उसके संकल्‍प को ढालता है।
--लेनिन

किसी भी चीज़ को महज विश्‍वास पर स्‍वीकार करना, आलोचनात्‍मक अमल और विकास का प्रतिषेध करना एक दारुण अपराध है।
--लेनिन

युद्ध का खात्‍मा तबतक नहीं हो सकता, जबतक वर्गों का खात्‍मा न हो जाये।
--लेनिन

यदि समाजवाद लाने की यह शर्त्‍त हो कि सभी लोगों का बौद्धिक विकास इसकी इजाज़त दे तो हम कम से कम अगले पाँच सौ वर्षों तक समाजवाद नहीं देख सकेंगे।
--लेनिन

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