वरना वे शब्दों के इस खेल में मुझे भी शामिल कर लेंगे ... किसी अनकही बात को काव्य के सुन्दर माध्यम से एक मांगी-चाहि-सी बात बना पाना ,, मुश्किल तो है ही... शिल्प और शैली , शब्दों को काव्य की श्रेष्ठता की ओर ले जा रहे हैं ... अभिवादन .
वरना वे शब्दों के इस खेल में
ReplyDeleteमुझे भी शामिल कर लेंगे ...
किसी अनकही बात को
काव्य के सुन्दर माध्यम से
एक मांगी-चाहि-सी बात बना पाना ,,
मुश्किल तो है ही...
शिल्प और शैली ,
शब्दों को काव्य की श्रेष्ठता की ओर
ले जा रहे हैं ...
अभिवादन .