मूर्खता एक हथियार हो सकती है।
थोड़ी देर के लिए
मूर्ख दिखो, एकदम बौड़म-सा
गड़रिये के कुत्ते सा गावदी
फिर वे तुम्हें समझेंगे
एक दीवार-सा, निर्जीव-बेजान
शायद अपने बाथरूम की दीवार जैसा ,
बिना खिड़कियों वाला
एक धुंधला आईना टंगा हुआ
फिर देखो
पवित्रात्माओं का नंगापन,
त्यागियों के संकीर्ण स्वार्थ
मुक्त लोगों के दिमागी गुलामियां
-कविता कृष्णपल्लवी
हां, कमजोर कौमें कई बार इस हथियार का बखूबी प्रयोग करती हैं...
ReplyDelete