देर रात के राग
Pages
मुखपृष्ठ
डायरी के नोट्स : जो सोचती हूं उनमें से कुछ ही कहने की हिम्मत है और क्षमता भी
कला-दीर्घा
कन्सर्ट
मेरी कविताई: जीवन की धुनाई, विचारों की कताई, सपनों की बुनाई
मेरे प्रिय उद्धरण और कृति-अंश : कुतुबनुमा से दिशा दिखाते, राह बताते शब्द
मेरी प्रिय कविताएं: क्षितिज पर जलती मशालें दण्डद्वीप से दिखती हुई
देश-काल-समाज: वाद-विवाद-संवाद
विविधा: इधर-उधर से कुछ ज़़रूरी सामग्री
जीवनदृष्टि-इतिहासबोध
Friday, January 14, 2011
एक मौका
एक मौका और
दिया जाना चाहिए
उड़ान को।
एक मौका और दिया जाना चाहिए
यात्रा को।
एक मौका और
प्रयोग को
और यथास्थिति के अस्वीकार को।
सब कुछ तय नहीं हो जाता
पूर्वाभ्यास की असफलताओं से।
हां, कुछ ज़रूरी
सबक ज़रूर निकलते हैं।
- कविता कृष्णपल्लवी
1 comment:
Rajinder
5 March 2011 at 00:43
nice pomes comrade...
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
nice pomes comrade...
ReplyDelete