देर रात के राग
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Monday, January 10, 2011
वही कला असली कला है जो जीवन को प्रतिबिम्िबत करे। उसमें सारे अन्तरद्वंद्व, संघर्ष, प्रेरणाएं, विजय, पराजय और जीवन के प्रति प्यार और मानव के व्यक्ितत्व के कुल पहलू मिलते हैं। वही असली कला है जो जीवन के विषय में गलत धारणाएं न दे।
-नाजिम हिकमत
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